पुलिस ने खोला पिंकी रावत हत्याकांड का राज़ – Police Ne Khola Pinki Murder ka Raj Kashipur

काशीपुर में हुई मोबाइल सेल्स गर्ल की हत्या का राज आज पुलिस ने खोल दिया है l पिंकी रावत हत्याकांड का खुलासा करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है ।

कब हुई घटना

काशीपुर में विगत 18 अक्टूबर को गिरीताल रोड पर एक मोबाइल शोरूम में काम करने वाली पिंकी रावत की किसी ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। जिससे नगर में सनसनी फ़ैल गई थी l हत्यारों को जल्द पकड़ने की मांग को लेकर पिंकी के परिवार वालों और पर्वतीय समाज के लोगों ने चीमा चैराहे पर जाम भी लगा दिया था और विधायक हरभजन सिंह चीमा और मेयर उषा चौधरी के खिलाफ नारे भी लगाए थे l और जल्द से जल्द खुलासा ना करने पर प्रदर्शन ज़ारी रखने को कहा था। एसडीएम ने 48 घंटे के अंदर हत्यारों को पकड़ने का लिखित आश्वासन दिया था ।

इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने के लिए विधायक हरभजन सिंह चीमा जी ने भी पुलिस प्रशासन पर दबाव बना रखा था l

पुलिस ने बनाई स्पेशल टीम

आज एसएसपी बरिंदर सिंह जी ने पिंकी रावत हत्याकांड का खुलासा करते हुए पूरी वारदात की जानकारी दी l उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड का खुलासा करना पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी । इसके लिए स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई थी l जिन्होंने घटनास्थल के आसपास के सभी मोबाइल टावरों के डम्प डाटा एकत्र किये और उसमें से संदिग्ध 5 हजार नंबरों की जांच की । शहर में लगे लगभग 300 सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से जांच की जिसमे पाया गया कि घटना से एक दिन पहले ही कुछ संदिग्धों द्वारा घटनास्थल के पास संदिग्धावस्था में घूमना तथा घटना वाले दिन भी पुनः घटनास्थल के पास घूमना पाया गया। सीसीटीवी फुटेज की सहायता से पुलिस ने कुछ संदिग्धों के फोटो निकाले और खोजबीन के लिए मुखबिरों को लगाया।

कैसे पकडे गए हत्यारे ? Pinki Murder ka Raj !

और अंत में पुलिस की मेहनत  रंग लाई और 25 अक्टूबर को मुखबिर की सूचना के आधार पर आईटीआई प्रभारी कुलदीप सिंह अधिकारी ने संदिग्ध विनोद कुमार उर्फ डम्पी पुत्र बाबूराम निवासी कचनाल गुसाई तथा मनोज कुमार उर्फ मोंटी पुत्र बाबूराम निवासी कचनाल गुसाई, काशीपुर को एक संदिग्ध मोटर साईकल UK18-J-0431 के साथ पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि गौरव उनके रिश्ते का भांजा है। 18 अक्टूबर को गौरव मेरे दोस्त राहताश उर्फ लल्ला निवासी मानपुर दत्तराम थाना भगतपुर, मुरादाबाद मेरे पास आया और उसने बताया की गिरीताल में एक मोबाइल की दुकान है जिसमें एक लड़की अकेले बैठती है l वहां से मोबाइल चोरी करने हैं। उन्होंने मुझसे मेरी मोटर साईकिल मांगी तथा उसके बदले मुझे एक महंगा मोबाइल देने की बात कही। तो मैंने अपनी मोटरसाईकिल व हेलमेट उन्हें दे दिया। करीब डेढ़ घंटे बाद वह दोनो मेरे पास वापस आये l उनके कपड़ों में खून लगा था। पूछने पर उन्होंने बताया कि मोबाइल चोरी के दौरान दुकान में काम करने वाली लड़की के विरोध करने पर हमने उस पर पहले स्प्रे से छिड़काव किया और उसके बाद उसे चाकू मार दिया। चाकू का एक वार गौरव को भी लग गया था । तब मैंने अपने भाई विनोद को बुला लिया। वह गौरव और रोहताश को अपनी मोटर साईकिल से गांव मानपुर दत्तराम छोड़ आया।

गिरफ्तार करने वाली टीम के प्रभारी चन्द्रमोहन सिंह द्वारा दुकान से लूटे गये 10 मोबाइल फोन, घटना में प्रयुक्त आला कत्ल तथा घटना के समय अभियुक्तों द्वारा पहने गये कपड़े भी बरामद कर लिये गए हैं ।

हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम -Pinki Murder ka Raj Kholne Wali Team

पुलिस टीम में पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार, पुलिस उपाधीक्षक दीप शिखा अग्रवाल, निरीक्षक चन्द्रमोहन सिंह, निरीक्षक तुषार बोरा, एसओ कुलदीप सिंह, एसएसआई विनोद जोशी, उप निरीक्षक दिनेश बल्लभ, सतीश शर्मा, ललिता पाण्डेय, चेतन रावत, गणेश पाण्डेय, पंकज मेहर, नवीन जोशी, पंकज कुमार, जितेन्द्र कुमार, जावेद मलिक, कांस्टेबल विनय कुमार, कुलदीप सिंह, जगमोहन सिंह, मुकेश कुमार, विजय कुमार, राजू पुरी, गिरीश काण्डपाल, कैलाश तोमक्याल, जरनैल सिंह, वीरन्द्र कमार, अमरीश बन, सुरेन्द्र सिंह, दलीप बोनाल, एसटीएफ टीम – कांस्टेबल सुरेन्द्र बडोनी, अवधेश कुमार, अनुज त्यागी आदि शामिल थे।

न्यूज़ वन नेशन की टीम पूरी पुलिस को बधाई देती है जिन्होंने कड़ी म्हणत से प्निकी रावत के हत्यारों को इतनी जल्दी पकड़ लिया l साथ में आशा करते हैं की हतायरों को जल्द से जल्द सज़ा देकर पिंकी के परिवार वालों को इन्साफ दिलवाए l

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