Gyan Yoga in Hindi : ज्ञान योग के महत्व

अगर आप भारत कि संस्कृति और ज्ञान कोई और अधिक जानना चाहते हैं तो आज कि पोस्ट “ज्ञान योग क्या है | Gyan Yog Kya Hai” एक बार जरुर पढ़ें. अगर आप भारतीय संस्कृति को पसंद करते हैं तो आपको योग के बारे में भी जरुर पता होगा. हिन्दू धर्म में योग को बहुत महत्व दिया गया है. और हमारे यहाँ अनेक प्रकार के योग बताये गए हैं. इनमें से ज्ञान योग भी एक महत्वपूर्ण योग है. आज हम आपको बतायंगे की ज्ञान योग क्या है, ज्ञान योग कैसे करें, आदि. 

ज्ञान योग क्या है | Gyan Yog Kise Kehte Hai | Gyan Yoga in Hindi

ज्ञान योग ज्ञान और स्वयं की जानकारी प्राप्त करने को कहते है। यह योग अपनी और अपने परिवेश को अनुभव करने के माध्यम से समझना है | ज्ञान योग के जरिए आत्मा शुद्ध होती है और हम अपने आप को आत्मा से जोड़ पाते हैं ।अधिक चिंता लेने वाले लोगों के लिए ज्ञान योग उत्तम होता है। और इसे करने से दिमाग शांत रहता है । यह योग करने से यादाश्त पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है ।और याददाश्त तेज बनी रहती है ज्ञान योग का नाता दिमाग से अहैंधिक होता है। और इस योग को काफी कठिन योग माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस योग को करने से हम ब्रह्म में लीन हो जाते है । आज की पोस्ट में हम आपको ज्ञान योग के विषय में बताने जा रहे हैं कि Gyan yog kise kahate hain |

ज्ञान योग कैसे करें | Gyan Yoga Kaise Kare | Jnana Yoga in Hindi

(1) ज्ञान मुद्रा करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं।

(2 दूसरा पीठ को सीधा रखें अगर पीठ को सीधा रखने में दिक्कत हो रहा है। तो किसी दीवार से सहारे लेकर बैठे ।

(3) तीसरा आंख बंद करके पलकें स्थिर कर ले अब ज्ञान मुद्रा लगाएं दिमाग को बिल्कुल स्थिर कर ले।

(4) इसमें अब अंगूठे के ऊपरी हिस्से को तर्जनी के ऊपरी हिस्से में मिलाकर और बाकी तीन उंगलियों को सीधा करें।

(5) इस मुद्रा को बनाकर अपने पैर के घुटनों पर रख ले।

(6) हथेलियों की दिशा ऊपर की ओर रखें ।

(7)अब अपनी सांसो पर ध्यान दें और अपनी सांसो को ना घटाएं ना बढ़ाएं और ध्यान से यह मुद्रा करें ।

ज्ञान योग के महत्व (Benefit of Gyan Yoga | Benefits of Jnana Yoga in Hindi)

ज्ञान योग का मूल लक्ष्य माया (आत्म-सीमित विचारों और धारणाओं) की मायावी दुनिया से मुक्त होना ।और सभी जीवन ( ब्राह्म) की एकता के साथ आंतरिक आत्मा (परत्मा) के मिलन को प्राप्त करना है।

1. यह मुद्रा करने से मन में बुरे ख्याल नकारात्मक विचार दूर होते हैं और बुद्धि में विकास होता है।

2. क्रोध भय इत्यादि का यह आसन करने से सामना नहीं करना पड़ता है क्योंकि यह मन को कठोर बनाता है।

3. ज्ञान मुद्रा करने से गुस्सा में काबू करने की शक्ति मिलती है। और मन शांत रहता है।

4. ज्ञान मुद्रा करने से नशे की लत बिल्कुल ठीक हो जाती है।

5. जिस किसी को सिर में दर्द और निंद्रा की समस्या होती है यह मुद्रा नियम से करने से यह सब बीमारी से छुटकारा मिलता है।

6. यह मुद्रा करने से बुद्धि बढ़ती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है।

7. या मुद्रा करने से हृदय रोग की समस्या में भी राहत मिलती है।

8. अगर आपको हाय ब्लड प्रेशर है तो यह ज्ञान मुद्रा का अभ्यास नियमित से करने से कम हो जाता है।

ज्ञान योग करते समय सावधानी

अगर आप चाय कॉफी नाश्ता कुछ तुरंत खाने के बाद करते हैं। कोई भी मुद्रा तो या नुकसानदायक होता है तुरंत खाने के बाद कोई भी मुद्रा नहीं की जाती है ।अगर कोई मुद्रा करते समय आपको कोई तकलीफ हो रही है तो तुरंत छोड़ देना चाहिए।

निष्कर्ष : ज्ञान योग क्या है (Gyan Yog Kya Hai)

भारत कि संस्कृति कितनी महान है आप जानते ही होंगे. आज कि पोस्ट ज्ञान योग क्या है | Gyan Yog Kya Hai में हमने आपको भारत के एक शानदार प्रथा ज्ञान योग के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी है. आज अपने जाना कि ज्ञान योग क्या है इसके क्या फायदे हैं आदि. आशा करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी.

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