योग सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है । और योग करने से शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं योग करने से स्वस्थ शरीर पाना मुमकिन है। इसीलिए हमारी सलाह तो यही है। कि आप हर रोज योग किया करें। लेकिन इसे करने से पहले इसके विषय में कई जानकारियां और लेनी आवश्यक है। इसके विषय में कई सवाल आपके मन में उठ रहे होंगे उनके जवाब पाने आवश्यक हैं। तो इस लेख में हम इस विषय में जानेंगे और आपके सारे सवालों के जवाब भी देने का प्रयास करेंगे। तो अब शुरू करते हैं-
योग क्या है | Yog Kise Kehte Hain
योग एक प्रकार की व्यायाम शैली है जिसके अंतर्गत कई तरह के आसन होते हैं। योग संस्कृत भाषा के शब्द यूज से आया है ।और इसका मतलब व्यक्तिगत चेतना और अरूण से मिलन है। दुनिया भर में योग बहुत ही प्रसिद्ध है ।इसका इतिहास 5000 वर्ष पुराना है । योग के अंतर्गत आने वाले आसन करने से शरीर को अनेक प्रकार के लाभ मिलते हैं। योग करने से रोगों से शरीर की रक्षा होती है। इससे दिमाग को शांति मिलती है।
योग का अर्थ क्या है | Yog Kya Hai
योग का अर्थ होता है जोड़ना शरीर ,मन एवं आत्मा को एक सूत्र में पीरो देता है योग। योग के महा ग्रंथ पतंजलि योग दर्शन के अनुसार मन की वृद्धि पर नियंत्रण करने का साधन है योग।
योग के फायदे क्या क्या हैं | Benefits of Yoga in Hindi
योगा करने से शरीर में फूर्ति रहती है ।और योगा शरीर की बीमारियों से भी बचाव करता है।जिन लोगों को थकान की परेशानी रहती है। जिनका शरीर कमजोर रहता है। उन लोगों को योगासन शुरू कर देना चाहिए। रोज 15 मिनट योग करने मात्र से आपके शरीर में ऊर्जा बढ़ जाती है। मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त योग करने से आपके दिमाग पर अच्छा असर पड़ता है ।और मानसिक शक्ति सही बनी रहती है। इतना ही नहीं तनाव होने पर अगर योग किया जाए तो तनाव खत्म हो जाता है। मोटापा कम करनेतो में भी योग सक्षम है। और नियमित योग करने से चेहरे पर अच्छा असर पड़ता है । इससे फेस पर ग्लो आता है। योग त्वचा को सुंदर बनाने में भी कारगर है। योग करने वालों के शरीर भी बिल्कुल सुडौल होते हैं। तो आज के समय में हर प्रकार के रोगों से लड़ने में सहायता करता है योग। यह आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है इस कोरोना काल के समय में भी यह पाया गया है ।कि योग करने वाले लोगों को कोवीड ग्रस्त नहीं होना पड़ा। एवं कई लोग तो योग करके कोवीड को हरा भी चुके हैं।
योग कितने प्रकार का होता है-
योग के छह प्रकार के होते हैं। यह हैं योग के छः प्रकार
(1) राजयोग
(2)ज्ञानयोग
(3)कर्मयोग
(4)भक्तियोग
(5)हठयोग
(6) कुंडलिनी योग
योग की विशेषताएं-
1.योग केवल शरीर का ही नहीं बल्कि मानसिक रोगों का भी निवारण करता है। ये इसलिए संभव है क्योंकि यह अच्छे भावों एवं एकता को आधार बनाकर अपना काम करता है।
2. योग कई तरह के गंभीर लोगों को भी खत्म करने में कारगर है जैसे-अस्थमा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, गठिया बात तथा पाचन तंत्र संबंधित रोग।
3.योग इसी प्रकार से अन्य कई रोगों में भी असरदार सिद्ध हुआ है। यहां तक की जिन लोगों का इलाज ढूंढने में साइंस भी अब तक सफल नहीं हुआ है। ऐसे रोगों पर भी योग बहुत ही प्रभावशाली है। एचआईवी जैसे निरोग का भी इलाज योग में ढूंढा जा रहा है। इस विश्वास के साथ की योग
4. यहां तक की योग लोगों के बुरे हैबिट्स से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गलत प्रभाव को भी बदल देता है। जैसे- हर वक्त मोबाइल चलाना ,कंप्यूटर चलाना ,बैठे रहने वाला काम करना ,खान-पान पर ध्यान ना देना यह सारी आदतें हमें बीमार बनाती है। किंतु योग करने से हम इन आदतों के बुरे प्रभाव से बच सकते हैं।
5. इस तरह से योग लोगों को कई रोगों से बचाता है। कई तरह के लाभ पहुंचाता है मानव शरीर को । यह आध्यात्मिक लाभ भी देता है। जिसका वर्णन करना यू शब्दों में संभव नहीं है। इसके लिए तो आपको खुद ही योग अपनाना होगा। और इसके फायदे महसूस करने होंगे।
योग करने के लिए रखें इन बातों का ध्यान-
1.सुबह उठकर के योग किया करें।
2. और इस में सावधानियां बरतनी होती हैं उनको भी बरता करें ।
जैसे कि आप पहली बार कर रहे हैं ।तो किसी ऐसे व्यक्ति के साथ करें ।जिन्हें योग के विषय में जानकारी हो कि योग कैसे किया जाता है ।ताकि आप करेक्ट कर पाएं तभी आप को फायदा होगा।
3.इसके अलावा बीमार होने पर योग ना करें ।
4.योग करते समय आपका पेट खाली होना चाहिए। इसलिए आप खाना खाने के तुरंत बाद ही योगा ना करें।
5. करने के बाद तुरंत जा करके नहाना नहीं चाहिए ।
6. अपके मन में कोई भी नकारात्मक विचार योग करते हुए नहीं आना चाहिए।
7.योग करने का सबसे अच्छा समय ब्रह्मा मुहूर्त है।
8. हमेशा शांत और खुले स्थान पर जा कर योग ध्यान करना चाहिए।
9. इच्छा होने पर शाम के समय भी योग कर सकते हैं।बस केवल इतनी सी बात का ध्यान रखें की योग करते समय आप खाली पेट होने चाहिए।
10. पैरों के दर्द एवं रीढ़ की हड्डियों के दर्द में भी योगा बहुत ही ज्यादा असरदार है। इसे करने से आपकी समस्या बढ़ेगी भी नहीं और धीरे-धीरे खत्म भी हो जाएगी।
11. योग करने के दौरान नरम सूती के ही कपड़े पहनने चाहिए यह अच्छा होता है।
12. शुरुआती समय में आसन सही से ना कर पाने पर अपने शरीर पर जोर ना लगाएं यह धीरे-धीरे करना आएगा आपसे।
13. योग करने के बाद आधे घंटे तक कुछ खाए नहीं।
14. आसन करने के बाद ही योग करना शुरू करें हमेशा।
15. एवं योग पूरा करने के बाद हमेशा शवासन किया कीजिए।
16. वैसे तो योग रोज ही करें लेकिन इसके अभ्यास के दौरान शरीर में किसी तरह की परेशानी हो जाने पर इसे रोक दें। कथा परेशानी बढ़ने पर एक बार डॉक्टर जरूर दिखा लें।
योग करने के लिए कौन सी सावधानियां को बरतना जरूरी है-
1. मासिक धर्म में पड़ी स्त्रियों को इस काल में कुछ दिनों के लिए अपने अभ्यास को रोक देना चाहिए। क्योंकि अधिकांशत देखा गया है कि ऐसी अवस्था में योग करने की क्षमता नहीं होती है उनमें।
2. योगाभ्यास करने दौरान लोगों को धूम्रपान बिल्कुल बंद कर देनी चाहिए।
3. गर्भावस्था में स्त्रियों को यदि योग करना हो तो केवल किसी गुरु के सानिध्य में ही करना चाहिए। यही लाभकारी होगा वरना यह नुकसानदेय भी हो सकता है।
4. योग का नियमित अभ्यास ही आपको लाभ देने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसका पूरा लाभ लेने के लिए आपको अपनी सोच पॉजिटिव रखनी होगी। योग पर विश्वास रखना होगा। क्योंकि कुछ इलाज तो आपके विश्वास करने मात्र से ही असरदार होते हैं।
योग की शुरुआत करने से पहले जान ये बातें जो शुरुआत करने में सहायक होंगी-
1. शुरुआती समय में योग करने के दौरान अधिक जल्दबाजी ना करें। क्योंकि अभ्यास करते करते ही आपके शरीर में फैक्सीबिलिटी आएगी। यह तुरंत संभव नहीं है ऐसे में जबरदस्ती अभ्यास करने पर शरीर में परेशानी भी उत्पन्न हो सकती है।
2. शुरुआत में हर एक आसन के बाद कुछ सेकंड तक आराम करें उसके बाद ही दूसरा आसन शुरू करें।
3. नए-नए योगाभ्यास के दौरान आपको केवल वही आसन करने हैं जो आपसे अच्छी तरह हो रहे हों।
4. कोई भी रोग में राहत तुरंत संभव नहीं है योगा में भी आपकी तकलीफ खत्म होने में समय तो अवश्य लगेगा ही तो आप धैर्य के साथ अभ्यास में लगे रहें।
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