अगर आप गर्मी से दूर जाकर कुछ दिन ठंडक का मज़ा लेना चाहते हैं तो नैनीताल आपके लिए बेस्ट पर्यटन स्थल है।
लेकिन नैनीताल में जाने से पहले आपको बहुत सी बातें पता होनी चाहिए। जो आपके सफर को और भी रोमांचित बना देगी।
तो सबसे पहले आपको बता दें कि नैनीताल को भारत का झीलों वाला कस्बा भी कहा जाता है। यह हिमालयन बेल्ट में स्थित है। यह कुमाऊँ की पहाड़ियों के बिल्कुल बीच में स्थित है और इसे खूबसूरत झीलों का आशीर्वाद प्राप्त है। नैनीताल को श्री स्कन्द पुराण के मानस खंड में ‘तीन संतों की झील’ या ‘त्रि-ऋषि-सरोवर’ के रूप में उल्लेखित किया गया है।
स्वर्ग है यहां “नैनीताल नैनिताल पर्यटन स्थळे” (Nainital Ke Pass Ghumne Ki Jagah)
नैनीताल अपने खूबसूरत परिदृश्यों और शांत परिवेश के कारण पर्यटकों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है। जो पर्यटक नैनीताल भ्रमण की योजना बना रहे हैं वे हनुमानगढ़ की यात्रा भी कर सकते है जो कि भगवान हनुमान को समर्पित एक मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा नैनीदेवी मंदिर एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो भारत के 51 शक्ति-पीठों में गिना जाता है।
आप नैनीताल से लगभग 10 किमी दूर स्थित सुंदर ‘किलबरी’ पर पिकनिक मनाने जा सकते हैं। किलबरी के हरे भरे ओक, पाइन, और रोडोडेंड्रन से भरे जंगल, इसे प्रकृति के बीच आराम फ़रमाने का एक आदर्श पिकनिक स्पॉट बनाते हैं। लड़ियाकाँटा, जो समुद्र की सतह से 2481 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यहाँ आने वाले दर्शकों के लिए पूरे क्षेत्र का एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। यह नैनीताल की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है जो शहर से 6 किमी की दूरी पर स्थित है।
‘खुर्पाताल’ झील के सम्मोहित कर देने वाले दृश्यों का आनंद लेने के लिए ‘लैंड्स एंड’ सबसे सही जगह है। यह नैनीताल के आस-पास के और हरी-भरी घाटी के मनोहारी दृश्यों को भी देखने का मौका देता है। पर्यटक, गंतव्य के पहाड़ी क्षेत्रों तक पहुँचने के लिए रोपवे से यात्रा कर सकते हैं। रोपवे कुल 705 मीटर की दूरी कवर करता है और प्रत्येक रोपवे कार में 12 व्यक्ति सवार हो सकते हैं। ‘स्नो-व्यू’ तक रोपवे के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है, यह एक आदर्श सुविधाजनक स्थान है जहां से पर्यटक हिमालय पर्वतमाला के सौंदर्य और बर्फ की चादर ओढ़े , ऊँची चोटियों के सुंदर दृश्यों की प्रशंसा कर सकते हैं।
‘नैना पीक’ जिसे चाइना पीक भी कहते हैं, नैनीताल की सबसे ऊँची चोटी है। यह समुद्र तल से 2611 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, यहाँ तक घोड़े की सवारी करके पहुँचा जा सकता है। टिफ़िन टॉप या डोरोथी सीट एक आदर्श पिकनिक स्थल है जहाँ पर्यटक अपना खाली समय भरपूर मनोरंजन के साथ बिता सकते हैं। ईको-केव-गार्डन, नैनीताल का दूसरा लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण केंद्र है जो आगंतुकों को पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली से परिचित करवाता है।
इन सभी के अलावा आप नैनीताल में राजभवन, चिड़ियाघर, फ्लैट्स, मॉल, सेंट जॉन चर्च इन वाइल्डरनेस, और पंगोट नैनीताल के अन्य पर्यटक आकर्षण हैं। ठंडी सड़क, गुर्ने हाउस, खुर्पाताल, गुआनो हिल और अरबिंदो आश्रम भी देखने योग्य हैं। इसके अलावा, पर्यटक विभिन्न गतिविधियों में जैसे घोड़े की सवारी, ट्रैकिंग, और दूसरे पर्यटकों के साथ नौका विहार, में शामिल हो सकते हैं।
नैनीताल जानें के हैं कई विकल्प (नैनीताल मार्ग)
नैनीताल देश के विभिन्न भागों से सड़क, रेल और वायु मार्ग से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से इसकी दूरी 250 km के आसपास है।
नैनीताल घूमने का अच्छा समय
गर्मी का मौसम मार्च से जून इस सुंदर सिटी की यात्रा के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
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