Personal Loan Information in Hindi : पर्सनल लोन इनफार्मेशन इन हिंदी

दोस्तों ज़िन्दगी में हमें बहुत सारे काम करने होते हैं | जैसे सबसे पहले पढ़ाई, उसके बाद नौकरी या बिजनिस, शादी आदि | और इनमें बहुत सा खर्चा भी होता है | लेकिन कई बार हमारे पास उतने पैसे नहीं होते जितनी जरुरत होती है | इसके लिए हम या तो अपने किसी रिश्तेदार या दोस्त से उधार लेते हैं या फिर बैंक की तरफ जाते हैं | अगर अआप बैंक से अपने लिए लोन लेना चाहते हैं तो इसकी मुख्य बातें आपको पता होनी चाहिए | आज की पोस्ट में हम आपको पर्सनल लोन (Personal Loan) की महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर कर रहे हैं |
 
आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि LOAN एक इंग्लिश शब्द है | लोन का हिंदी में मतलब होता है ‘क़र्ज़’ या ऋण |
 
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पर्सनल लोन क्या होता है 

पर्सनल लोन का मतलब होता है व्यक्तिगत ऋण या कर्ज। जिसमें कोई भी व्यक्ति बिना किसी गारंटी के आवेदन कर सकता है और लोन उठा सकता है। यह लोन प्रदान करने में बैंकों को जोखिम भी उठाना पड़ता है। क्योंकि यह लोन की जोखिम भरी प्रक्रिया होती है। यह अपने आप में एक और सुरक्षित लोन प्रक्रिया है। इसलिए इसे प्रदान करने में बैंक आवेदन करने वाले व्यक्ति की अच्छी तरह पड़ताल करता है। उसके बारे में कई जानकारियां जुटाता है। की यह इंसान लोन चुकाने के काबिल है या नहीं इसे लोन देने पर कहीं पैसे दूर तो नहीं जाएंगे।
 
पर्सनल लोन किसी भी बैंक के जरिए अप्लाई करके बिना किसी गारंटी और बिना किसी सुरक्षा के दिया जाने वाला ऐसा लोन है। जिसे बैंक खुद अपनी ओर से जांच करके खुद ही खतरे उठाकर देता है।

Personal Loan देने से पहले बैंक किन बातों का ख्याल रखता है | 

 
1) लोन देने से पहले बैंक आपके क्रेडिट स्कोर को देखता है। जो कि अगर 750 से ऊपर की संख्या में जाते हैं। तब तो लोन मिलने में परेशानी नहीं होगी। लेकिन अगर लोन के लिए अप्लाई करने वाले व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 750 से नीचे का हो तो लोन मिलना कठिन हो जाता है। या नहीं ही मिल पाता है।
 
2) क्योंकि इस लोन में आपको अपनी कोई चीज गिरवी नहीं रखनी होती है। आपसे लोन के पैसे वापस पाने के लिए बैंक जोखिमों के अधीन होता है। इसी कारण से अन्य लोन के मुकाबले इस लोन की ब्याज दर ज्यादा होती है
 
3) बैंक इस लोन को देने के बारे में काफी सजग रहता है। और लोन लेने वाले के विषय में कई जानकारी जुटाता है। जैसे हेलो लेने वाले की एंप्लॉयमेंट हिस्ट्री मतलब उनके रोजगार आदि का पता लगाता है। होम लोन चुकाने के काबिल है या नहीं इन बातों का पता करने के बाद ही बैंक उनके लोन को पास करता है।
 
4) इस लोन को अप्रूव करने से पहले बैंक को लोन पास करने का शुल्क भी वसूलने की छूट है। इसके अलावा बैंक उस व्यक्ति से भुगतान वाली रकम पहले ही वसूल सकता है। इस तरह पैसे वसूलने की प्रक्रिया को प्रीपेमेंट पेनल्टी चार्ज  prepayment penalty charge कहते हैं।
 
5) बैंक कई बार लोगों की एंप्लॉयमेंट हिस्ट्री   employment history देखने के बाद लोन देने के लिए पहले ही अपनी मंजूरी दे देता है। इसमें लोन लेने वाले को ज्यादा परेशानी नहीं होती है। ज्यादा दस्तावेज आदि सो नहीं करने पड़ते दिखाने नहीं पड़ते। उन्हें आसानी से लोन दे दिया जाता है। साथ ही सूद की रकम में भी कुछ हद तक छूट दीया जाता है।
 

किस-किस काम के Personal Loan उठाया जा सकता है 

 
बैंक किसी भी व्यक्ति को पर्सनल लोन कई तरह कामों के लिए देता है। जैसे-घर की मरम्मत का काम करवाने के लिए, शादी ब्याह जैसे कामों को निपटाने के लिए, किसी तरह का बिजनेस करने के लिए, विदेश ट्रैवल के लिए। ऐसे -ऐसे और भी कई कामों के लिए।
 

SBI Personal Loan लेने के नियम या शर्तें क्या है

1- इस लोन को लेने के लिए व्यक्ति के पास किसी भी एसबीआई बैंक में अपना सैलरी अकाउंट होना जरूरी है।
 
2-ये लोन में दीये जाने वाले रुपयों की सीमा 25000 रुपए से लेकर 2000000 रुपए तक की रखी गई है।
 
3-और इसे चुकाए जाने के लिए दिया जाने वाला समय 6 महीने से 60महीने तक का रखा गया है।
 
4-जिन लोगों का एसबीआई में सैलरी अकाउंट नहीं है वह लोग SBI express prabandhan एसबीआई एक्सप्रेस प्रबंधन का पर्सनल लोन ले सकते हैं।
 

यह लोन मिलेगा कैसे इसके लिए क्या करना होगा 

 
1-जिन्हें इस लोन को लेना है उनको पहले बैंक की ब्रांच ऑफिस में जाना चाहिए।
 
2-उसके बाद वहां से पर्सनल लोन अप्लाई फॉर्म लेना पड़ेगा।
 
3-फिर उसे भरकर उसमें मांगे जा रहे हैं सभी पेपर्स जानकारी भरकर अटैच कर जमा देना है।
 
4-उसके बाद अप्लायर के जमा किए गए पेपर्स या दस्तावेज का वेरीफिकेशन / सत्यापन होगा । फिर लोन पास कर दिया जाएगा।
 

पर्सनल लोन के आवेदन में किन दस्‍तावेजों की जरूरत पड़ती है 

जब आप अपने लिए यह लोन लेने जाये तो आपके पास निम्नलिखित दोचुम्नेट्स होने जरुरी हैं | इनके बिना बैंक आपको लोन देने से मना कर सकता है |
  • पहचान का सबूत या प्रूफ – जैसे पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड इत्‍यादि. –
  • पते का सबूत – जैसे बिजली-पानी के बिल (तीन महीने से ज्‍यादा पुराने नहीं), आधार कार्ड या पासपोर्ट. -इनकम का प्रमाण जैसे पिछले तीन महीने की सैलरी स्लिप और 3 महीने का बैंक स्‍टेटमेंट (जहां सैलरी क्रेडिट होती है).
  • पासपोर्ट साइज की 2 या 4 फोटोग्राफ

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