आपको जानकर बहुत आश्चर्य हो सकता है कि हमारे देश मे जो बहुत पहले होना चाहिए था उसकी शुरुवात सिक्किम से हो गई ही। पूर्वोत्तर के अहम राज्य सिक्किम में  इस अनूठी योजना की शुरूआत की गई है, वहां  ‘एक परिवार, एक नौकरी’ नाम से एक योजना की शुरू की गई है।  जिससे समाज में समानता का आधार बनेगा।

सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने शनिवार को ‘एक परिवार, एक नौकरी’ योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत राज्य के उस प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी, जिस परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है।

स्वतंत्र भारत में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री का कीर्तिमान बना चुके चामलिंग ने पलजोर स्टेडियम में आयोजित रोजगर मेला 2019 के दौरान इस योजना का शुभारंभ किया।

चामलिंग की सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट सरकार ने इससे पहले इस योजना के तहत 20,000 युवाओं को तुरंत अस्थायी नौकरी देने की घोषणा की थी।

पवन चामलिंग जिंदाबाद’ के नारों के बीच मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि फिलहाल की जा रही अस्थायी नियुक्तियों को अगले पांच वर्षों में नियमित किया जाएगा और सभी लाभार्थी स्थायी कर्मचारी बन जाएंगे।

वर्तमान में 12 सरकारी विभागों के ग्रुप सी और ग्रुप डी में नई भर्तियां की जा रही हैं।उन्होंने कहा, ‘हम चौकीदार (गार्ड), माली, अस्पतालों में वार्ड अटेंडेंट, अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं, ग्राम पुलिस गार्ड और सहायक ग्राम पुस्तकालयाध्यक्ष सहित 26 विभिन्न पदों के लिए नियुक्तियां दे रहे हैं।’

68 वर्षीय मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह हमारे लिए बहुत गर्व और हमारे राज्य के युवाओं के लिए खुशी का एक अवसर है। सभी को समान अवसर मिलने से राज्य विकास करेगा।

ऐसी योजना अगर देश के अन्य राज्यों में भी शुरू की जाए तो समाज का बहुत बड़ा वर्ग लाभान्वित होगा। हर परिवार को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। गरीबी और असमानता को दूर करने में यह बहुत बड़ा कदम हो सकता है।

By Jitendra Arora

- एडिटर -

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