Postmatric Meaning in Hindi : पोस्ट मैट्रिक क्या है

सरकार द्वारा प्रदेश के स्थायी निवासीयों के छात्रों के लिए 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना चलाई जा रही है l आज हम आपको पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति (Post Matric Means Hindi) की पूरी जानकारी  बताने जा रहे हैं  l इस योजना का लाभ केवल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं विकलांग छात्र/छात्रा ही ले सकते हैं. आज हम आपको बतायंगे की Post Matric Means Kya Hota Hai, post matric scholarship means, Post Matric Means in Hindi, Post Matric Meaning in Hindi,  स्कॉलरशिप क्या है और इसके लिए क्या योग्यता जरुरी है.

उत्तराखंड राज्य के वंचित वर्ग को पढ़ाई में सहायता देने के लिए राज्य सरकार की इस योजना का लाभ जिला समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से लिया जा सकता है l

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पोस्ट मेट्रिक मीनिंग इन हिंदी (Post Metric Meaning in Hindi)

दोस्तों अगर आप स्कोलरशिप लेना चाहते है ततो सबसे पहले आपको उसक पूरी जानकारी होनी चाहिए. इसीलिए Post Matric Kya Hota Hai  या इसका हिंदी में अर्थ क्या होता है ये आपको सबसे पहले पता होना चाहिए. तो आपको बता दें कि Post Matric में पोस्ट का मतलब होता है बाद और मेट्रिक का अर्थ होता है 10 या हाई स्कूल. अब अगर हम इसका अर्थ हिंदी (Post Matric Means in Hindi) में देखें तो पोस्ट मेट्रिक का मतलब होगा 10वीं के बाद या हाई स्कूल के बाद.

पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति क्या है (Post Matric Means)

अब अगर हम पोस्ट मेट्रिक स्कोलरशिप (लेने वाले अभ्यर्थियों कि बात करें तो ऐसे छात्र या छात्राएं इसका लाभ ले सकते हैं जिन्होंने हाई स्कूल पास कर लिया है. और वह 10वीं पास करने के बाद आगे कि शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं.

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स्कॉलरशिप क्या है (Scholarship Meaning in Hindi)

पोस्ट मेट्रिक का मीनिंग समझने के बाद आप स्कॉलरशिप का मतलब भी जरुर जानना चाहते होंगे. क्योंकि जो लोग पोस्ट मेट्रिक स्कॉलरशिप लेना चाहते है, उन सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को इसके  सभी शब्दों के मतलब पता होना चाहिए. तो चलिए देखते हैं स्कॉलरशिप क्या है?

किसी भी देश का विकास हो या उसके किसी एक नागरिक का विकास उसकी शिक्षा पर निर्भर करता है. जिस देश के नागरिक अच्छी और उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं वह बहुत अधिक  कामयाब होते हैं. लेकिन शिक्षा का बाजारीकरण होने के कारण एक गरीब और होनहार छात्र उच्च और अच्छी शिक्षा से वंचित रह जाता है. जिसके कारण उसका, उसके परिवार का और उस देश का विकास थम जाता है. ऐसे छात्र या तो बैंक से लोन लेते हैं और क़र्ज़ के टेल दब जाते हैं या बीच में ही पढाई छोड़ देते हैं.

स्कोलरशिप क्या होता है (Scholarship Meaning in Hindi)

लेकिन दोस्तों ऐसे गरीब होनहार छात्र और छात्राओं के लिए एक रास्ता जरुर खुला है. और वह है स्कॉलरशिप . स्कॉलरशिप का हिंदी में मतलब होता है छात्रवृत्ति . आज हमारे देश में केंद्र और राज्य सरकारें गरीब और वंचित वर्ग के छात्र और छात्राओं के लिए विभिन्न प्रकार कि स्कॉलरशिप चलाती है. जिससे यह कार्ग भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके और देश के विकास में योगदान दे सके.

इसके अतिरिक्त बहुत सारी प्राइवेट संस्थाएं भी जैसे टाटा, ज़ी ग्रुप, इनफ़ोसिस आदि भी ग़रीब होनहार छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान करती है.

पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में मेट्रिक यानी कि 10वीं के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए ग़रीब और अल्पसंख्यक छात्रों को दी जाने वाली प्रोहोत्साहन राशि. जिससे वह अपनी फ़ीस हर सके.

पोस्ट मेट्रिक स्कोलरशिप के लिए योग्यता (Post Matric Scholarship Eligibility)

पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का लाभ लेने योग्य छात्र/छात्राओं के लिए जरूरी है कि वे उत्तराखंड के किसी भी जिले में किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 11-12वीं की पढ़ाई कर रहे हों l पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में छात्रों को अधिकतम 10 हज़ार रुपये सालाना तक की मदद दी जाती है l अगर कोई छात्र या छात्रा उत्तराखंड से बाहर के किसी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो उन्हें अपने मूल निवास वाले जिले में जिला समाज कल्याण अधिकारी के पास आवेदन जमा करना होता है l

उत्तराखंड सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के वंचित और पिछड़े तबके के छात्रों को छात्रवृत्ति देकर उनकी पढ़ाई में मदद करना है l

पोस्ट मेट्रिक स्कोलरशिप के लिए आवश्यक दस्तावेज (Post Matric Scholarship) 

  1. पिछली परीक्षा की मार्कशीट
  2. जाति प्रमाण पत्र
  3. आय प्रमाण पत्र
  4. बोनाफायड सर्टिफिकेट
  5. मूल निवास प्रमाण पत्र

पोस्ट मेट्रिक स्कोलरशिप का लाभ लेने लिये महत्वपूर्ण जानकारी :

  • पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास आधार नंबर जरूरी है.
  • डुप्लीकेट या खारिज किये हुए आवेदन का रिन्युअल नहीं किया जाता l
  • किसी भी एक शैक्षणिक सत्र में एक छात्र से केवल एक ही आवेदन स्वीकार किया जा सकता है l
  • जिन छात्र/छात्राओं ने पहले से ही ई-छात्रवृत्ति के लिए रजिस्टर किया हुआ है उन्हें दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं है l
  • इस योजना मेन आवेदन के लिए सरकार ने साल 2015-16 के बाद से ही उत्तराखंड में या बाहर पढ़ने वाले छात्रों के लिए फिजिकल आवेदन बंद कर दिया है l इसीलिए अब आप केवल ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन कर सकते हैं l

पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के लिए छात्र/छाराएँ अपने शिक्षण संस्थान के नोडल ऑफिसर से मिलकर कोर्स और संस्थान का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं l निजी संस्थानों में पढने वाले मैनेजमेंट कोटा के तहत नामांकन करने वाले छात्र इस स्कालरशिप के लिए आवेदन नहीं कर सकते l

देश में केंद्र और राज्य अपनी अलग- अलग स्कॉलरशिप चलाते हैं. और उनकी वेबसाइट भी अलग होती है. जैसे केंद्र सरकार ने स्कॉलरशिप के लिए  नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP – National Scholarship Portal) बनाया हुआ है. जिसकी अधिकारिक वेबसाइट है – https://scholarships.gov.in/

ऐसे ही राज्यों के अपने स्कॉलरशिप पोर्टल होते है. जिन्हें SSP कहा जाता है . यहाँ SSP का फुल फॉर्म होता है State Scholrship Portal.  उद्धरण के लिए कर्नाटक राज्य का स्कॉलरशिप पोर्टल है –  https://ssp.postmatric.karnataka.gov.in/ .  कर्नाटक में पोस्ट मेट्रिक स्कॉलरशिप (ssp post matric scholarship) के लिए ऑनलाइन आवेदन इसी पोर्टल पर किया जाता है.

प्री मेट्रिक का मतलब क्या होता है  (Pre Matric Meaning in Hindi)

आशा करते हैं आपको पोस्ट मेट्रिक की जानकारी पसंद आई होगी | अब हम आपको प्री मेट्रिक के बारे में बताने जा रहे हैं | तो आपको बता दें कि Pre Matric भी अंग्रेजी के दो शब्दों से मिलकर बना एक शब्द है | जिसमें Pre का मतलब पहले और Matric का मतलब हाई स्कूल या 10th होता है | और अगर हम Pre Matric के पूरे शब्द का अर्थ निकालें तो इसका मतलब होगा हाई स्कूल से पहले या 10वीं से पहले |

अगर आपको कहीं Pre Matric Scholarship दिखाई दे तो आप समझ जाएँ कि यह स्कोलरशिप हाई स्कुल से पहले पढने वाले छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति है |

पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति कितनी मिलती है

छात्रवृत्ति की राशि अलग अलग राज्यों में अलग अलग होती है. जैसे बिहार में ताजा जानकारी के अनुसार पहले फर्स्ट डिवीजन से 10वीं पास करने वाले सभी विद्यार्थियो को पूरे ₹15,000 रु० की राशि दी जा रही है।

और 1st डिवीजन से 12वीं पास करने वाली सभी छात्राओं को 25 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. और स्नातक पास करने वाली सभी छात्राओं को 50 हजार रुपये दिए जा रहे है.

निष्कर्ष

इस पोस्ट में आपको पोस्ट मेट्रिक स्कोलरशिप | Post Matric Means के बारे में जानकारी दी है. आज आपने जाना कि Post Matric Kya Hota Hai, Post Matric Means in Hindi और पोस्ट मेट्रिक योजना के लिए योग्यता. आज की पोस्ट पढने के बाद आपको इस बात की जानकारी भी हो गई होगी कि मैट्रिक पास का मतलब क्या होता है.अगर आपको कोई भी समस्या हो तो हमें कमेन्ट करके पूछ सकते हैं l अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई हो तो आप इसे अपने मित्रों और रिश्तेदारों को शेयर कर सकते हैं l

कई लोग पोस्ट मेट्रिक और प्री मेट्रिक स्कोलरशिप (Prematric and Post Matric Meaning) में अंतर समझ नहीं पाते. इसीलिए आपको बता दें कि पोस्ट मेट्रिक का अर्थ होता है 10वीं के बाद और  प्री मेट्रिक (pre matric means) का मतलब होता है 10वीं से पहले. प्री मेट्रिक स्कॉलरशिपPre Matric Scholarship के बारे में पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें .

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