नेता अच्छे इलाज के लिए विदेश जाते हैं तो चमकी बुखार के लिए विदेशी डॉक्टर क्यों नही?
बिहार में चमकी बुखार से लगातार बच्चों की जाने जा रही हैं। लेकिन इसको न तो कोई समझ पा रहा है और ना ही इलाज हो पा रहा है। अगर भारत के डॉक्टर्स के पास चमकी बुखार का कोई उपाय नहीं है तो विदेशी डॉक्टरों को क्यों ना बुलाया जाय। अगर देश के नेता अच्छे इलाज के लिए विदेश जा सकते हैं तो सैकडों बच्चों की मौत को रोकने के लिये भी विदेशी अच्छे इलाज का सहारा क्यों नही लिया जा सकता? आज बहुत ही आधुनिक तकनीकों द्वारा कोई भी इलाज संभव है।
अगर विदेशी उच्च तकनीक द्वारा चमकी बुखार का तोड़ निकाला जा सकता है तो सरकार को इस और जल्दी कदम उठाना चाहिए। चमकी बुखार से हर साल बच्चों की जाने जाती है। इसे रोकने के लिए कुछ भी करना पड़े करना चाहिए। विदेश के डॉक्टरों को भारत बुलाकर चमकी बुखार की जांच करवानी चाहिए। और जिन बच्चों की मौत हो चुकी है उनकी मेडिकल रिपोर्ट विदेश की उच्च तकनीक लैब में चेक करवानी चाहिए।
मोदी सरकार को जनता ने बड़े विश्वास के साथ दुबारा सत्ता में लाया है । इसलिये जल्द से जल्द इस बीमारी का कारण और इलाज सरकार को पता करना चाहिए। जिससे और किसी बच्चे की जान ना जाए।
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