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क्या बड़े मीडिया चेनल बिके हुए हैं ?

15 दिनों से सभी बड़े मीडिया चेनलों पर आम आदमी पार्टी के अन्दर चल रही राजनीति के अतिरिक्त कुछ दिखाई नहीं दे रहा। *विकाऊ चेनलों को* एक मुख्य मंत्री आतंकवादी को छोड़ देता दिखाई नहीं दे रहा , एक पूर्व प्रधान मंत्री से घोटालों पर पूछताछ हो रही है वो भी दिखाई नहीं दे रहा । एक पार्टी चुनाव से पहले जनता से जम्मू एंड कश्मीर से धारा 370 हटाने का वायदा करती है। बाद में भूल जाती है उसमे भी मीडिया को कोई मतलब नहीं । एक पार्टी में अध्यक्ष हटाने की मांग हो रही है। वायदे के बाद भी कालाधन वापस नही आया है। किसानों की भूमि अधिकार छीनने को कानून बनाने की साजिश  हो रही है। इन मुद्दो के लिऐ चेनलों के पास एक दो मिंट से अधिक का समय नही है। आप में आंतरिक झगडा है उसके लिए 15 दिनों से घटो तक समाचार  चलाऐ जा रहे है। श्रोता भी बोर हो गऐ है। इन चैनलौ की मंशा देश का भला करना नहीं बल्कि राजनीति करना लग रहा है  । गुटबाजी चुनावी दांव पेच  सामान्य खबर है। किस दल में आतरिक कलह नही है। विभीषणों की कहीं भी कमी नहीं है। ऐसे बिकाऊ चेनलों को भी जनता जल्दी सबक सिखायगी। इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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गन्दगी करने वालों को बनना होगा 1 दिन का सफाई वाला ?

  प्रधानमंत्री मोदी जी ने सफाई के लिए जो अभियान छेड़ा है वो बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन समय बीतने पर लोगों का  जोश ठंडा होता नजर आता है। शुरू- शुरू में बहुत बड़े बड़े लोगों और सामाजिक संगठनों ने कसमें खाई थी और झाड़ू उठाई थी, लेकिन अब किसी के हाथ में झाड़ू दिखाई नहीं दे रही। गन्दगी करने वाले भी अपने पुराने ढर्रे पर आ गए हैं और दिल खोल कर गन्दगी फैला रहे हैं। जुर्माना देने को भी तैयार बैठे हैं। लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने एक नई योजना बनाई है अगर योजना लागू हो जाती है तो  गन्दगी करने वालो को जुर्माने के साथ- साथ एक दिन का सफाई कर्मचारी बनना पड़ेगा और अपने गली -मोहल्ले की सफाई करनी पड़ेगी ।  यह योजना अगर पुरे देश में लागू हो जाए तो बहुत असर पड़ेगा क्योंकि लोग जुर्माना भरने को तो तैयार है लेकिन 1 दिन की गली -मोहल्ले में सफाई करने से शर्मिंदगी महसूस करेंगे और गन्दगी  नहीं करेंगे,  इसीलिए इस योजना को जल्द से जल्द लागू करना चाहिए। इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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गौ मांस पर प्रतिबन्ध – कितनी आस्था ?

एक बात हर  धर्म के लोगों को माननी पड़ेगी- “जब आप किसी दूसरे के धर्म का सम्मान नहीं करोगे तो वो लोग आपका और आपके धर्म का सम्मान कैसे करें?” महाराष्ट्र में नई  सरकार ने   गौ मांस  पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। 19 साल पहले भाजपा -शिवसेना सरकार ने दोनों सदनों में गौ वंश हत्या प्रतिबन्ध पर विधेयक पारित किया था और उसको  मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा था। अब दुबारा बीजेपी-शिवसेना सरकार बनने पर गौ हत्या पर पूर्णता प्रतिबन्ध लगाया  गया है।  ये भारत जैसे आध्यात्मिक और धार्मिक देश के लिए बहुत अच्छा है।  हिन्दू धर्म में गाय को माता के रूप में पूजा जाता है। और वेदों और ग्रंथों में भी गौ माता से प्राप्त बहुत सी औषधियों के बारे में बताया गया है। इसीलिए हिन्दू धर्म के लोग इस कानून के बनने पर जोर देते रहे हैं। और जो लोग इसका विरोध करते हैं वो हिन्दू धर्म की भावनाओं का अपमान करते हैं।  महाराष्ट्र में इस कानून के आने से बहुत से लोग विरोध कर रहे हैं और हिन्दू धर्म की आस्था का अपमान  कर रहे है । क्योंकि पुराणों और वेदों में तो किसी भी प्रकार का मांस खाना राक्षसों का कार्य बताया गया है और गौ का मांस खाने वालो को हिन्दू धर्म के लोग कभी माफ़ नहीं करेंगे। हिन्दू धर्म के लोगों को भी गौ माता को माता के रूप में सम्मान देना चाहिए और सेवा करनी चाहिए न की सिर्फ दिखावे के लिए।  इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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उत्तराखंड -भारत में कब होगा भ्रष्टाचार का अंत ?

मोदी सरकार को आय हुए 9 महीने बीत गए लेकिन देश के सभी राज्यों में भ्रष्टाचार पर कोई रोक नहीं लग सकी।  अगर ऐसे ही चलता रहा तो बीजेपी सरकार को भविष्य में कोई नहीं बचा सकेगा। मोदी जी ने बड़े स्तर पर तो कुछ लगाम लगाईं है, लेकिन आम जनता का सामना तो छोटे स्तर के अधिकारीयों से पढता है। इसीलिए आम जनता को रहत देनी है तो जनता से जुड़े विभागों में हो रहे भरष्टाचार पर लगाम लगानी होगी। जैसे तहसील, नगर निगम, विभाग, जल निगम आदि।  उत्तराखंड में पाँचों लोकसभा सीटें बीजेपी के पास हैं लेकिन यहाँ के सांसद भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कोई बड़ी कोशिश नहीं करते दिखाई देते। अगर उत्तराखंड के 2017  के विधान सभा चुनावों में बीजेपी को जीत हासिल करनी है तो बीजेपी नेताओं को छोटे स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए काम करने होंगे। इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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दुश्मन की गोलियों का सामना हम करेंगे, आज़ाद हैं, आज़ाद ही रहेंगे : चन्द्रशेखर आज़ाद

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश के कई क्रांतिकारी वीर-सपूतों की याद आज भी हमारी रुह में जोश और देशप्रेम की एक लहर पैदा कर देती है. एक वह समय था जब लोग अपना सब कुछ छोड़कर देश को आजाद कराने के लिए बलिदान देने को तैयार रहते थे और एक आज का समय है जब अपने ही देश के नेता अपनी ही जनता को मार कर खाने पर तुले हैं. देशभक्ति की जो मिसाल हमारे देश के क्रांतिकारियों ने पैदा की थी अगर उसे आग की तरह फैलाया जाता तो संभव था आजादी हमें जल्दी मिल जाती. वीरता और पराक्रम की कहानी हमारे देश के वीर क्रांतिकारियों ने रखी थी वह आजादी की लड़ाई की विशेष कड़ी थी जिसके बिना आजादी मिलना नामुमकिन था. देशप्रेम, वीरता और साहस की एक ऐसी ही मिसाल थे शहीद क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद. 25 साल की उम्र में भारत माता के लिए शहीद होने वाले इस महापुरुष के बारें में जितना कहा जाए उतना कम है. आज ही के दिन साल 1931 में चन्द्रशेखर आजाद शहीद हुए थे. स्वतंत्रता सेनानी चन्द्रशेखर आज़ाद जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजली। काकोरी ट्रेन डकैती और साण्डर्स की हत्या में शामिल निर्भय क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद, का जन्म 23 जुलाई, 1906 को हुआ था। चंद्रशेखर आजाद का वास्तविक नाम चंद्रशेखर सीताराम तिवारी था।  आज के नौजवानो को आज़ाद जैसे देश भक्तों से बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है।   इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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वीर सावरकर- पुण्यतिथि – 26 फरवरी

“यह धरा मेरी यह गगन मेरा, इसके वास्ते शरीर का कण-कण मेरा”                                                                                                                  इन पंक्तियों को चरितार्थ करने वाले महान क्रांतिकारी  वीर सावरकर की 26 फरवरी को पुण्यतिथि है।लेकिन  लगता नहीं देश के नीति-निर्माता या मीडिया इस महान आत्मा को श्रद्धांजलि देने की रस्म अदा करेंगे। लेकिन चलिए हम तो उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का प्रयास करें।  भारतभूमि को स्वतंत्र कराने में जाने कितने ही लोगों ने अपने जीवन को न्योछावर किया था।  लेकिन उनमें से कितने लोगों को शायद हम इतिहास के पन्नों में ही दफ़न रहने देना चाहते हैं। इन महान आत्माओं में से ही एक थे विनायक दामोदर सावरकर। जिनकी पुण्य तिथि के अवसर आज हम  उनको शत-शत नमन करते  हैं ।                    क्रांतिकारियों के मुकुटमणि और हिंदुत्व के प्रणेता वीर सावरकर का जन्म 26  मई, सन 1983  को नासिक जिले के भगूर ग्राम में हुआ था।  इनके पिता श्री दामोदर सावरकर एवं माता राधाबाई दोनों ही धार्मिक और हिंदुत्व विचारों के थे।  जिसका विनायक दामोदर के जीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ा। छात्र जीवन के समय में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के विचारों से वीर सावरकर ने मातृभूमि को स्वतंत्र कराने की प्रेरणा ली। सावरकर ने…

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मोदी सरकार – अमीरों की या गरीबों की ?

केंद्र में मोदी सरकार को आये कई  महीने हो गए है लेकिन देश का  गरीब और आम जनता  पूछ रही है   की उसको अब तक क्या मिला ? गरीब किसानो की जमीन लेने का  कानून बनाया जा रहा है और अमीर लोगो के पास हज़ारों एकड़ जमीन खाली  पड़ी  है ? भू – माफियाओं  पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हो रही  ? पूँजीपतियों की कई फैक्ट्रियां बंद क्यों पड़ी है ? विदेश में जमा कालेधन पर तो सरकार का ज़ोर नहीं चल रहा लेकिन देश में कालेधन पर कार्यवाही क्यों नहीं ?  पूँजी पतियों ने अपना काल धन जमीनों और सोने पर लगाया हुआ है,  उनको क्यों नहीं पकड़ा जा रहा ? देश में पैसे वालो की खाली ज़मीन पर कारखाने खोलने या खेती करने का कानून क्यों नहीं बनाया जाता ? बंजर भूमि  का उपयोग क्यों किया जा रहा है ? फसलों के लिए जमीन कम हो जाएगी तो खाने का सामान कहाँ से लाओगे ? हर शहर में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है क्यों ? अमीर और अमीर होता जा रहा हैऔर  गरीब और गरीब क्यों ? सरकारी नौकरों के बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने का कानून क्यों नहीं बनाया जाता ? सरकारी नौकरों का इलाज़ सरकारी अस्पताल में कराने का कानून क्यों नहीं बनाया जाता ? गरीब जनता के साथ ही क्यों धोखा किया जा रहा है ? इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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भूमि अधिग्रहण बिल – देश का फायदा या नुकसान ?

भूमि अधिग्रहण बिल पर मोदी सरकार के विरोध में अन्ना हजारें और किसानो ने आज भी जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया। दूर दूर से किसानों  और विभिन्न सामाजिक संगठनो ने प्रदर्शन में भाग लिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी उनका समर्थन करने पहुंचे। अन्ना और किसानो का कहना ही की यह बिल किसान विरोधी है और इसमें बदलाव किये जाए। किसानो की  जमीन खरीदने के बजाय उन्हें लीज़ पर दिया जाए।और किसी से जबरदस्ती जमीन ना ली जाये। उधर मोदी सरकार का कहना है की भूमि अधिग्रहण से सबका विकास होगा। किसानो को अस्पताल और स्कूल-कोलेज मिल सकेंगे। सडको के निर्माण से किसानो की फसलो को बाज़ार में पहुँचाने में सहायता मिलेगी। इनसाइड कवरेज न्यूज़ – www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in

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