1 जनवरी 2024 से यह नियम होंगे चेंज, 31 दिसंबर से पहले हो जाएं अपडेट वरना होगा नुकसान

Rules will Change from 1st Jan 2024: साल 2023 का दिसंबर का महीना चल रहा है, जो अपनी समाप्ति की ओर है और अगला साल 2024 आ रहा है, जिसका पहला महीना जनवरी का होगा। जनवरी का महीना आते ही कुछ बड़े बदलाव होने वाले हैं। ऐसे में उन बदलाव से होने वाले नुकसान से बचने के लिए दिसंबर के महीने के आखिरी तक आप अपने कुछ महत्वपूर्ण काम कर ले, जिसमें डीमैट और म्युचुअल फंड का नॉमिनेशन और ITR 31 दिसंबर से पहले भर ले और इसके साथ ही कंपनियों को बंद पड़ी यूपीआई आईडी को दोबारा से स्टार्ट करना और बैंक लॉकर के नए एग्रीमेंट पर सिग्नेचर करना जरूरी हो जाएगा।

1: आईटीआर दाखिल न करने पर लगेगा जुर्माना (ITR Rule 2024)

सरकार के द्वारा जुर्माने के साथ इनकम टैक्स भरने की आखिरी तारीख साल 2023 में 31 दिसंबर तक रखी गई है। अगर निश्चित तारीख से पहले रिटर्न नहीं भरा जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करी जाएगी और देर से रिटर्न भरने पर ₹500 का जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि जिन टैक्स देने वाले लोगों की इनकम ₹500000 से अधिक नहीं है उन्हें सिर्फ ₹1000 का जो जुर्माना देना होगा।

2: बैंक लॉकर कांट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करना अनिवार्य (Bank Locker Rule 2024)

रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के अनुसार संशोधित बैंक लॉकर समझौते पर सिग्नेचर करने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2023 रख दी गई है। अगर कोई कस्टमर ऐसा नहीं करता है, तो उसका लाकर फ्रीज कर दिया जाएगा।

3: नई सिम खरदीने पर केवाईसी जरूरी (New SIM Card Rule 2024)

साल 2024 में 1 जनवरी से नया सिम कार्ड लेने के नियम में बदलाव होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार अब जो भी कस्टमर नया सिम कार्ड खरीदेंगे, उन्हें केवाईसी भी जरूर करवाना होगा। हालांकि नया मोबाइल कनेक्शन लेने के लिए जो नियम पहले था, वही नियम रहेगा, उसमें कोई भी बदलाव नहीं होगा।

4: नॉमिनी जोड़ना अनिवार्य (Demate Account Rule 2024)

सेबी के द्वारा सभी डिमैट अकाउंट होल्डर के लिए 1 जनवरी 2024 तक नॉमिनी दर्ज करना अनिवार्य बना दिया गया है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो अकाउंट होल्डर शेयर में ट्रांजैक्शन नहीं कर सकेंगे। पहले ऐसा करने की समय सीमा 30 सितंबर थी परंतु बाद में 3 महीने और समय बढ़ा दिया गया।

5: निष्क्रिय यूपीआई ​​आईडी बंद होंगे (UPI New Rule 2024)

नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा पेमेंट एप्लीकेशन जैसे कि गूगल पे, पेटीएम, फोनपे इत्यादि को ऐसे यूपीआई आईडी और नंबर को डीएक्टिवेट करने के लिए कहा गया है जो 1 साल से ज्यादा समय से एक्टिव नहीं है।

Share

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *