हैदराबाद गेंग रेप से पूरा देश में आक्रोश l क्या है हल ?
हैदराबाद, तेलंगाना में महिला डॉक्टर के साथ हुए गेंग रेप से पूरा देश में आक्रोश है l लेकिन किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है की अब यह सब रोकने के लिए क्या किया जाए l अब सभी महिलाएं और संवेदनशील लोग समझ गए हैं की केवल सोशल मिडिया पर लिखने, या मोमबत्ती जलाकर प्रदर्शन करने से तो कुछ हासिल नहीं होने वाला l बल्कि ऐसी घटनाएं लगातार बढती जा रही हैं l 2012 में निर्भया के साथ हुए गैंग रेप के बाद पूरे देश में बड़े लेवल पर प्रदर्शन हुए थे, लेकिन उनके दोषियों को अभी तक सजा नहीं मिल सकी है l कारण चाहे कोई भी हो l देश की आधी आबादी को सुरक्षित रखना हम सबका कर्त्यव्य है क्योंकि सभी की माँ, बहने, पत्नी, बेटियों को इससे खतरा है l कभी भी किसी के साथ ऐसी घटनाएं हो सकती है l
बलात्कारियों को भीड़ के आगे छोड़ देना चाहिए?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है की यह सब कैसे रुकेगा ? महिला डॉक्टर के परिवार वाले तो दोषियों को उनके हवाले करने की मांग कर आहे हैं, सपा की बड़ी नेता जया बच्चन ने तो कहा ही की इन बलात्कारियों को भीड़ के आगे छोड़ देना चाहिए l कुछ लोगों का कहना है की ऐसे दरिंदों को सरे आम फंसी पर चड़ा देना चाहिए l लेकिन लोकतंत्र में यह सब होना संभव नहीं है l
इसका हल निकलन एके लिए सबसे पहले इसके कारण का हल होना चाहिए l एक सवाल पुलिस पर भी उठ रहा है l क्योंकि महिला डॉक्टर ने पुलिस को फोन करने के बजाये अपनी बहन को फोन किया l पूरे देश की महिलाओं से पूछना चाहिये की वह पुलिस के बारे में क्या सोचती हैं l पुलिस पर उन्हें कितना विश्वास है l अगर उनका विश्वास पुलिस पर नहीं होता है तो हमें पुलिस सिस्टम को बदलना होगा l
बेटी बचाओ – बेटी पढाओ केवल नारे ? Beti Bachao Kanoon Banao
दूसरा हमारे देश के नेता महिलाओं पर बड़ी बड़ी बातें करते है l प्रधानमंत्री मोदी जी ने तो बेटी बचाओ – बेटी पढाओ – जैसी योजनाये भी देश में चला रखी है l लाल इले की प्राचीर से पूरी दुनियां के सामने मोदी जी कहते हैं की महिलाओं से सवाल पूछने से पहले माँ बाप को अपने बेटों से पूछना चाहिए और उन्हें महिलाओं से किस तरह व्यवहार करना चाहिए सिखाना चाहिए l लेकिन आज भी अगर किसी लड़के के माता पिता से पुछा जाये की उन्होंने क्या सिखाया तो कोई जवाब नहीं मिलेगा l
शिक्षा का बाज़ार बने स्कूलों में भी ऐसी शिक्षा नहीं दी जाती l टीवी और सिनेमा में तो हम सब महिलाओं के अश्लील गाने देखते ही आ रहे है और अब इन्टरनेट के आने से तो सब कुछ खुल गया है l हर बच्चे के हाथ में मोबाइल इन्टरनेट है l माँ बाप को नहीं पता की उनका बच्चा क्या क्या देख रहा है l इन बढती हुई अश्लीलता और फिल्मों में महिलाओं को एक उत्पाद के रूप में देखना हमारे समाज में ऐसी घटनाओं को बड़ावा दे रहे हैं l
अब करे तो करे क्या ? कसम खालो पहले ?
सबसे पहले तो हमारे देश की महिलाओं, बुद्धि जीवियों और समाज सेवा करने वाले लोगों को अपने बच्चों की कसम खानी होगी की इस समस्या का हल जब तक नहीं होगा तब तक चैन से नहीं बैठेंगे l और जो नेता या पार्टी उनका साथ नहीं देंगे उन्हें ज़िन्दगी भर वोट नहीं देंगे l उसके बाद सभी मिलकर एक कानून या सिस्टम तैयार करें जिसमे वह सब कुछ हो जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुन्शिचित हो सके l साथ ही जितनी भी अश्लीलता हमारे समाज में बड रही है उन्हें रोकने का भी रास्ता निकालना चाहिये l हमारे घरों में, स्कूलों में, धार्मिक स्थानों में भी महिलाओं के साथ अच्छे व्यवहार की शिक्षा देनी चाहिए l
पुलिस पर कितना विश्वास ?
सबसे बड़ी और अहम् बात की देश के लोगों और महिलाओं का पुलिस पर कम होता विशवास l आज आप सर्वे करके देख ले l जनता को पुलिस पर कितना विश्वास है l असलियत सामने आ जायगी l हैदराबाद की घटना को ही देख लें l पीड़ित महिला के परिवार वाले जब एक पुलिस स्टेशन पर गए तो उन्हें वहां से यह कहकर जाने के लिए कहा गया की उक्त घटना का एरिया उनके पुलिस थाने मे नहीं आता l यह सबसे बड़ी कमी है हमारे सिस्टम की l महिला डॉक्टर ने पुलिस की बजाये अपनी बहन को फोन किया क्योंकि उसे पहले से ही विश्वास था की पुलिस का रवैया कैसा होगा l अगर वह पुलिस को फोन कर भी देती तो जरुरी नहीं था की पुलिस उसकी मदद के लिए समय पर पहुँच जाती l लेकिन अगर उसके पास एक ऐसा नम्बर होता जो पुलिस थाणे के साथ साथ महिला हेल्पलाइन से भी जुड़ा होता और महिला हेल्पलाइन के जरिये ऐसे समय में सरकार, सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस का तंत्र उसे सहायता के लिए उसी समय तैयार हो जाता तो उसे बचाया जा सकता था l
हमारे देश को ऐसे ही एक तंत्र की जरुरत है l जिस तन्त्र में एक भी चूक ना हो पाए l चूक होने पर सम्बंधित अधिकारी को कड़ी से कड़ी सजा मिले तो ही ऐसी वार दाते रोकी जा सकती है l
बलात्कारियों को रखा जाए जंगली जानवरों की श्रेणी में | Beti Bachao Kanoon Banao
अब बात करते हैं ऐसी वैहशी घटनाओं को अंजाम देने वाले दरिंदों की l ऐसे लोग जो महिलाओं के साथ जानवरों से भी बुरा व्यवहार करते हैं उनको इंसानों की श्रेणी में रखने का कोई हक़ नहीं l ऐसे लोगों को उस जंगली जानवर की श्रेणी में रखना होगा जिसे खून का प्यासा होने पर गोली से उड़ा दिया जाता है l
हमारे देश के कानून में एक कानून यह बनाना चाहिए जिसमे बलात्कारियों को इंसानों की श्रेणी से निकलकर जगंली जानवर की श्रेणी में रखा जाये और उनके सभी मानवाधिकार छीन लिए जाए l उनके लिए कोई कोर्ट केस, कोई माफ़ी, कोई मानव अधिकार नहीं होना चाहिए l
अगर आपको लगता है की हमारी बातों में सच्चाई है तो इस खबर को इतना शेयर करें की 130 करोड़ जनता के साथ साथ पूरी दुनिया में इन्साफ की आवाज़ गूंजे l और तब तक गूंजे जब तक महिलाओं के साथ हो रही घटनाएं रुक न जाये l
जय हिन्द – जय भारत
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