गरीब भूख से मरे। किसान आत्म हत्या करे। युवा बेरोज़गार रहे । घुसपैठिये उनका हक़ मारते रहे।

ये सब जल्द ही बंद करना होगा। देश में रेलवे की 1 लख नौकरी के लिए 2 करोड़ आवेदन आते हैं। और अगर 40 लाख कथित घुसपैठियों मे से आधे भी सही निकले तो सोचो कितने बेरोज़गारों को काम मिल सकता है। अगर पूरे देश में घुसपैठियों की जांच की जाय तो ये संख्या करोड़ों तक भी पहुंच सकती है। और इन्हें बाहर करके अपने देश के गरीब। किसान और बेरोज़गारों को कुछ हद तक तो राहत दी जा सकती है। देश के संसाधनों पानी, बिजली, अन्न, राशन आदि को बचाया जा सकताहै। देश की जनसंख्या घनत्व को भी कम किया जा सकता है।

इसलिए देश के सभी युवाओं और बेरोज़गारों। गरीबों। किसानों को आगे आकर अपनी आवाज़ बुलंद करनी चाहिए। और इन घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए सभी राजनैतिक पार्टियों पर दबाव डालना चाहिए।

जय हिंद । जय भारत।

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