जिला क्रीड़ा अधिकारी सुरेष चन्द्र पाण्डे ने बताया है कि खेल निदेशालय के तत्वाधान में जिला खेल कार्यालय उधमसिंह नगर द्वारा स्पोर्ट्स स्टेडियम काशीपुर में 13 जुलाई को प्रातः 10 बजे से 16 वर्ष आयु वर्ग के बालक एवं बालिकाओें की जनपदीय एथलेटिक प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। जिसमें खिलाडि़यों का प्रवेश निःशुल्क होगा तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडि़यों को खेल निदेशालय द्वारा निर्धारित मानकों के अन्र्तगत सुविधाएं प्रदान की जायेगी। उन्होंने जनपद के शिक्षण संस्थानों के प्रधनाचार्यों से कहा है कि प्रतियागिता में प्रतिभाग करने के इच्छुक खिलाडियों को उनके आयु प्रमाण पत्र साथ प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए भेज देवें। एथलेटिक प्रतियोगिता में 100मी0,200मी0,400मी0,600मी0,
1000मी0 दौड़, चक्का फैंक, गोला फेंक, उंची कूद व लम्बी कूद प्रतियागिताएं आयोजित होगीं। टीम में 10 बालक एवं 10 बालिका खिलाडी तथा 02 टीम मैनेजर होगें। श्री पाण्डे ने बताया है कि प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडियों को आकर्शक पुरस्कार भी दिये जायेगें।
रुद्रपुर 09 जुलाई – जिलाधिकारी डा0 पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया है कि जनपद में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाडा़ मनाया जायेगा। विष्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर 11 जुलाई को प्रातः 11 बजे से जवाहर लाल नेहरु जिला अस्पताल, रुद्रपुर के प्रांगण में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का उद्देष्य जनपद में बढती आबादी का स्थिरीकरण करना है। उन्होंने जनपद वासियों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य मेले में पहुंचकर सरकार द्वारा मुफ्त प्रदान की जाने वाली चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ उठाएं।
पंतनगर। 09 जुलाई 2015। पंतनगर विष्वविद्यालय द्वारा देश की कृषि को आगे बढ़ाने के साथ-साथ उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों की कृषि की समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित किये जाने की आवष्यकता है। यह बात आज उत्तराखण्ड के राज्यपाल एवं पंतनगर विष्वविद्यालय के कुलाधिपति, डा. कृष्ण कांत पाॅल ने कही। वे आज पंतनगर विष्वविद्यालय के भ्रमण पर थे, जहां उन्होंने कुछ कार्यक्रमों एवं नये भवन का उद्घाटन किया।
राज्यपाल द्वारा सर्वप्रथम विष्वविद्यालय के सबसे पुराने छात्रावास, गांधी भवन, में वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। यह कार्यक्रम विष्वविद्यालय के सभी छात्रावासों में किया जाना है, जिसके अंतर्गत सभी छात्रावासों के अभिरक्षक एवं विद्यार्थी अपने-अपने छात्रावासों में विभिन्न प्रकार के वृक्षों का रोपण करेंगे तथा बाद में उनकी देखभाल भी करेंगे। इनसे प्राप्त होने वाले उत्पाद भी उसी छात्रावास के विद्यार्थियों के लिए प्रयोग किये जायेंगे। गांधी भवन छात्रावास में ही राज्यपाल ने सभी छात्रावासों में प्रारम्भ किये जाने वाले जीर्णोद्धार कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया। विष्वविद्यालय के सभी 22 छात्रावासों में 10 करोड़ रूपये की लागत से विभिन्न जीर्णोद्धार के कार्य किये जायेंगे, जो अगले दो-तीन माह में पूर्ण कर लिये जायेंगे। गांधी भवन के पश्चात् कुलाधिपति ने विष्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में नव-निर्मित आई.टी. भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया तथा भवन में बने सभाकक्ष, प्रयोगषाला एवं अन्य कक्षों का निरीक्षण किया। विष्वविद्यालय के कुलपति, डा. मंगला राय ने गांधी भवन एवं आई.टी. भवन में कुलाधिपति को सभी कार्यक्रमों व आई.टी. भवन के बारे में विस्तृत जानकारी देने के साथ-साथ विष्वविद्यालय की विशेषताओं के बारे में भी बताया।
प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के सभागार में शि क्षकों, वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कुलाधिपति ने कहा कि पंतनगर विष्वविद्यालय 60 के दशक में देश से भुखमरी मिटाने एवं हरित क्रांति लाने के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा, देष की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। डा. पाॅल ने कहा कि देश की कृषि को नयी दिशा देने के साथ-साथ अब उत्तराखण्ड राज्य की जिम्मेदारी को देखते हुए उसे पर्वतीय क्षेत्र में कृषि के विकास में आ रही समस्याओं की ओर ध्यान केन्द्रित करने की आवष्यकता है। यहां की कृषि के उत्पादन में वृद्धि के उपाय खोजे जाने के लिए नयी शोध की जानी होगी, ताकि पर्वतीय कृषि को लाभप्रद बनाते हुए नवयुवकों के मैदानी क्षेत्रों की ओर पलायन को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कृषि में निवेषों की लगातार हो रही कमी को देखते हुए कम से कम पानी, भूमि एवं रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने की तकनीक खोजी जानी होगी। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाषियों इत्यादि के अधिक प्रयोग से स्वास्थ्य के लिए हो रही विभिन्न समस्याओं, विषेष रूप से कैंसर जैसी भयावह बीमारियों, भूमि की उपजाऊ शक्ति में हो रहे हृास तथा मृदा संरचना में बदलाव की ओर ध्यान आकृष्ट किया एवं इनके समाधान ढूंढे जाने की आवष्यकता बतायी। कृषि की समस्याओं को दूर करने एवं नयी तकनीकों को इजाद करने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने इसका अधिक से अधिक प्रयोग करने की सलाह दी।
डा. मंगला राय ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में कुलाधिपति का स्वागत करते हुए कहा कि हरित क्रांति के दौर के बाद अब कृषि की परिस्थितियों में काफी बदलाव आ गया है। पुरानी तकनीकें अब उत्पन्न होने वाली कृषि की समस्याओं का समाधान करने के लिए काफी नहीं है। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी आधारित नयी तकनीकों जैसे सेंसर आधारित तकनीकों के माध्यम से उर्वरकों का प्रयोग इत्यादि को कृषि में समावेषित करने की आवष्यकता पर बल दिया। उत्तराखण्ड की कृषि के लिए विष्वविद्यालय द्वारा प्रारम्भ किये जाने वाले आधारीय शोध कार्यक्रमों के बारे में भी डा. राय ने जानकारी दी। अंत में प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता, डा. एच.सी. शर्मा ने राज्यपाल एवं अन्य सभी का धन्यवाद किया। इन अवसरों पर विष्वविद्यालय के सभी अधिष्ठाता, निदेषक, अधिकारी एवं विद्यार्थी के साथ-साथ जिलाधिकारी डा0 पंकज कुमार पाण्डेय व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नीलेष आनंद भरणे मौजूद थे।
रुद्रपुर 09 जुलाई – मुख्य विकास अधिकारी इवा आषीश श्रीवास्तव ने आज विकास भवन सभागार में जनसंख्या स्थिरीकरण व डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा मनाये जाने व आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य जांच शिविर के सम्बन्ध में स्वास्थ्य व सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 11 से 24 जुलाई तक आयोजित होने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के बावत एक ठोस कार्ययोजना तैयार कर ली जाये तथा जनता को जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरुक करने के उद्देष्य से जगह-जगह शिविर आयोजित किये जाएं।
सीडीओ ने बताया कि 11 जुलाई को प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर बढती आबादी के स्थिरीकरण व आम जनता को दो बच्चों का परिवार अपनाने का संदेश देने के उद्देष्य से जनपद मे 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाडा मनाया जा रहा है। उन्होंने जनता से अपील की है कि जनपद में स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन से सम्बन्धित उपलब्ध होने वाली निःषुल्क सेवाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों को जनसंख्या के प्रति जागरुक करने के लिए टीमें गठित की जाये तथा इस हेतु आंगनबाडी कार्यकत्रियों का सहयोग लिया जाये । उन्होने जल संस्थान व स्वजल विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये कि डायरिया रोग की रोकथाम हेतु टीमे गठित कर किट के माध्यम से जल की स्वच्छता की जाचें समय-समय पर करवाई जाय। उन्होने शिक्षा विभाग के अधिकारियो को निर्देष दिये कि सभी षिक्षण संस्थानो के प्रधानाचार्यो को आदेजनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरुक करने के उद्देष्य से जगह-जगह शिविर आयोजित करे कि वह प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओ को षारीरिक साफ सफाई की जानकारी दे। आंगनबाडी केन्द्रों में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए सीडीओ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि शिविर के आयोजन से पूर्व उसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाये तथा शिविर आयोजन दिवस पर डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीमें यथासमय आंगनबाडी केन्द्रों पर पहुंचे तथा उपस्थिति पंजिका में पहुंचने का समय व नाम अवष्य दर्ज करें। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाती है, पंजिका में उनके आने का समय तथा बाल पोषण संवर्धन कार्ड में उनके स्वास्थ्य जांच सम्बन्धी विवरण को अवष्य दर्ज किया जाये तथा उसकी रिपोर्ट की प्रति षिक्षा विभाग व उन्हें(सीडीओ) भी उपलब्ध करायें। उन्होंने आंगनबाडी केन्द्रों में 10 जुलाई को लगने वाले षिविर के बावत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारयों को निर्देष दिए कि जो बच्चे शिविर के दौरान स्वास्थ्य परीक्षण करवाने से वंचित रह जायें उनका स्वास्थ्य की जांच षनिवार के दिन 01 बजे से 03 बजे तक सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर की जाये।
इस अवसर पर एसीएमओ डाॅ0एचएस पांगती,मुख्य स्वास्थ्य नगर अधिकारी डाॅ0अविनाष खन्ना,जिला मलेरिया अधिकारी बीसी जोषी,डाॅ0बीके तिलाडा,डाॅ0सुनीता रतूडी,डाॅ0एचएस ऐरी,डाॅ0एसके अरोरा,डीपीएम नीरज सक्सेना सहित जिला शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह व केके वाश्र्णेय,जिला कार्यक्रम अधिकारी ललिता वर्मा,अधिषासी अभियन्ता जल संस्थान तरूण षर्मा,परियोजना प्रबन्धक स्वजल प्रदीप तिवारी,सीडीपीओ कमला कोरंगा व सरोज टम्टा तथा विभिन्न क्षेत्रों से आये ब्लाॅक कार्यक्रम प्रबन्धक उपस्थित थे।
रुद्रपुर 09 जुलाई – अपर जिलाधिकारी(नजूल) आशीष भटगई ने बताया है कि 10 जुलाई को दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में समाधान योजना एवं जन संवाद सेवा योजना के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आयोजित की जायेगी। जिसमें समाधान योजना एवं जन संवाद सेवा योजना के अन्तर्गत प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में समीक्षा की जायेगी। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों से कहा है कि वे नियत तिथि व समय पर पूर्ण विवरण सहित स्वयं तथा समाधान/सेवा योजना के पोर्टल पर कार्य करने वाले अपने प्रतिनिधि के साथ बैठक में प्रतिभाग करें।