महिला का परिवार घटना की वजह से आरोपियों की ओर से मिल रही कथित धमकियों के बाद लंदन में बस गया है। वे फैसले से टूट गए हैं और निराश है।आरोपियों के पक्ष में गए फैसले से टूट गए हैं’उन्होंने कहा है कि फैसले की वजह से वे टूट गए हैं जो आरोपियों के पक्ष में गया है और उम्मीद जताई है कि उपरी अदालतों से उन्हें इंसाफ मिलेगा। महिला के परिवार के एक करीबी सदस्य ने कहा, ‘हम बेहद निराश हैं। हम नहीं जानते हैं क्या कहा जाए क्योंकि हमें अब भी यकीन नहीं है कि आरोपी मजबूत सबूतों के बाद भी बरी हो गए। एक लड़की के साथ ऐसा जघन्य अपराध किया गया और उसने अदालत में सभी की शिनाख्त की थी। वे कैसे रिहा हो सकतेअभी भी सदमे से बाहर नहीं आई पीड़िता
उन्होंने कहा, ‘’अगर आरोपी इस तरह से बरी होते हैं तो इससे समाज में गलत संदेश जाएगा और अपराधियों को इस तरह के जघन्य अपराध करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।’ रिश्तेदार ने कहा कि उन्होंने महिला को फैसले के बारे में जानकारी नहीं दी है क्योंकि वह अब भी सदमे में है और इससे बाहर नहीं आई है लेकिन वे उसे बाद में बताएंगे। परिवार ने कहा, ‘हम नहीं चाहते हैं कि यह किसी और महिला के साथ हो। हम इंसाफ के लिए लड़ाई जारी रखेंगे और हाई कोर्ट में अपील करेंगे।’ हैं।? ’
नई दिल्ली: नोएडा की गैंगरेप पीड़िता का परिवार निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अपील करने की योजना बना रहा है। निचली अदालत ने 8 साल पुराने मामले में 9 आरोपियों को बरी कर दिया था। परिवार ने कहा है किपीड़िता के एक करीबी रिश्तेदार ने कहा कि आरोपियों को रिहा करने का अदालत का फैसला समाज में गलत संदेश भेजेगा और यह अपराधियों को ऐसे और जघन्य अपराध करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। पीड़िता अब भी सदमे में है। घटना के वक्त पीड़िता 24 वर्ष की थी।