रुद्रपुर – विगत माह अप्रेल में पडोसी देश नेपाल में आये
भूकम्प त्रासदी को दृश्टिगत रखते हुये आज कलक्टेªट सभागार में जिला
प्रबन्धन अधिकारी डा0 अनिल शर्मा ने जनपदभर से आये हुये विभिन्न औद्योगिक
आस्थानों के एचआर हैड एवं सुरक्षा अधिकारियों के साथ माॅक ड्रिल एवं
आईडीआरएन के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की तथा प्राकृतिक आपदाओं से निपटने
हेतु आवष्यक सुझाव दिये। बैठक के दौरान डाटा प्रेजेन्टेंशन के जरिये आपदा
से बचाव व सुरक्षा के उपायों की जानकारी उद्योगों के सुरक्षा अधिकारियों को
दी गई ।
भूकम्प त्रासदी को दृश्टिगत रखते हुये आज कलक्टेªट सभागार में जिला
प्रबन्धन अधिकारी डा0 अनिल शर्मा ने जनपदभर से आये हुये विभिन्न औद्योगिक
आस्थानों के एचआर हैड एवं सुरक्षा अधिकारियों के साथ माॅक ड्रिल एवं
आईडीआरएन के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की तथा प्राकृतिक आपदाओं से निपटने
हेतु आवष्यक सुझाव दिये। बैठक के दौरान डाटा प्रेजेन्टेंशन के जरिये आपदा
से बचाव व सुरक्षा के उपायों की जानकारी उद्योगों के सुरक्षा अधिकारियों को
दी गई ।
बैठक
को सम्बोधित करते हुये डा0 अनिल शर्मा ने सभी औद्योगिक आस्थानों के एचआर
हैड एवं सुरक्षा अधिकारियों से कहा कि हमारा प्रदेश भूकम्प,बाढ, भूस्खलन,
वनाग्नि, बादल फटना जैसी अन्य आपदाओं की दृश्टि से अति संवेदनशील है। जो
जाॅन चार व पांच में आता है। इस बैठक का मकसद है कि प्रदेश का हर औद्योगिक
आस्थान संभावित आपदाओं से निपटने के लिये सजग रह सके इसके लिये पूरी तरह से
जागरूक रहना आवष्यक है। डा0 षर्मा ने आपदा के सुरक्षा उपायों के विभिन्न
बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आपदा घटित होने पर
बचाव व सुरक्षा के लिये उचित प्रबन्धन आवष्यक है। उन्होंने कहा कि
प्राकृतिक आपदओं को रोका तो नही जा सकता है लेकिन जागरूकता रखते दुर्घटनाओं
को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि प्रबन्धन आपदा से बडा होगा तो
निहायत नुकसान कम होगा। लिहाजा उद्योगों की स्थापना व विकास सुरक्षा के
मानकों के आधार पर ही किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बैठक का
उद्देष्य आपदा से वचाव हेतु प्रबन्धन का विस्तार किया जाना है तथा प्रबन्धन
का विस्तार जागरूकता के जरिये ही हो सकता है । उन्होंने कहा कि यदि जनपद
के क्षेत्रों में किसी प्रकार की आपदा घटित होती है तो जिला मुख्यालय स्थित
कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नं0-05944-250719 एवं 250823 तथा टौल फ्री
नं0-1077 पर तत्काल रिपोर्ट करें । उन्होंने बताया कि कन्ट्रोल कक्ष
प्रतिदिन 24 घंटे सेवा के लिये तत्पर है।
को सम्बोधित करते हुये डा0 अनिल शर्मा ने सभी औद्योगिक आस्थानों के एचआर
हैड एवं सुरक्षा अधिकारियों से कहा कि हमारा प्रदेश भूकम्प,बाढ, भूस्खलन,
वनाग्नि, बादल फटना जैसी अन्य आपदाओं की दृश्टि से अति संवेदनशील है। जो
जाॅन चार व पांच में आता है। इस बैठक का मकसद है कि प्रदेश का हर औद्योगिक
आस्थान संभावित आपदाओं से निपटने के लिये सजग रह सके इसके लिये पूरी तरह से
जागरूक रहना आवष्यक है। डा0 षर्मा ने आपदा के सुरक्षा उपायों के विभिन्न
बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आपदा घटित होने पर
बचाव व सुरक्षा के लिये उचित प्रबन्धन आवष्यक है। उन्होंने कहा कि
प्राकृतिक आपदओं को रोका तो नही जा सकता है लेकिन जागरूकता रखते दुर्घटनाओं
को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि प्रबन्धन आपदा से बडा होगा तो
निहायत नुकसान कम होगा। लिहाजा उद्योगों की स्थापना व विकास सुरक्षा के
मानकों के आधार पर ही किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बैठक का
उद्देष्य आपदा से वचाव हेतु प्रबन्धन का विस्तार किया जाना है तथा प्रबन्धन
का विस्तार जागरूकता के जरिये ही हो सकता है । उन्होंने कहा कि यदि जनपद
के क्षेत्रों में किसी प्रकार की आपदा घटित होती है तो जिला मुख्यालय स्थित
कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नं0-05944-250719 एवं 250823 तथा टौल फ्री
नं0-1077 पर तत्काल रिपोर्ट करें । उन्होंने बताया कि कन्ट्रोल कक्ष
प्रतिदिन 24 घंटे सेवा के लिये तत्पर है।
बैठक
में अरमान सिंह यादव, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, सुनील सैनी, अतुल मिश्रा,
अरविन्द दिवाकर, राजकुमार वर्मा, अमित गोयल, डीसी तिवारी, विनायक मिश्रा,
भूपेश शर्मा, मणीकान्त सहित विभिन्न औद्योगिक आस्थानों के एचआर हैड व
सुरक्षा अधिकारी उपस्थित थे।
में अरमान सिंह यादव, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, सुनील सैनी, अतुल मिश्रा,
अरविन्द दिवाकर, राजकुमार वर्मा, अमित गोयल, डीसी तिवारी, विनायक मिश्रा,
भूपेश शर्मा, मणीकान्त सहित विभिन्न औद्योगिक आस्थानों के एचआर हैड व
सुरक्षा अधिकारी उपस्थित थे।
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